धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
Victory towards the spouse of Girija, the compassionate Lord. He constantly shields and nurtures his devotees and children. By using a crescent moon adorning his forehead, And earrings manufactured from snakes’ hoods.
लिङ्गाष्टकम्
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
O Superb Lord, consort of Parvati You're most merciful . You usually bless the lousy and pious devotees. Your wonderful type is adorned Together with the moon on the forehead and on the ears are earrings of snakes' hood.
कंबु – कुंदेंदु Shiv chaisa – कर्पूर – Shiv chaisa गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
Your browser isn’t supported any longer. Update it to get shiv chalisa lyricsl the ideal YouTube working experience and our hottest capabilities. Learn more
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »इस चालीसा को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शिव भजन